'हमारी भूल कमल का फूल' मामले को भाजपा ने बताया प्रचार का नया माध्यम
भोपाल। मप्र में नियमितीकरण की मांग कर रहे संविदाकर्मियों की नाराजगी और विरोध अब नया रूप लेता जा रहा है। अपनी बहन की शादी के कार्ड पर बाल मनुहार की जगह एक स्लोगन लिखा है ’हमारी भूल कमल का फूल’ जो जमकर वायरल भी हो रहा है।
मध्यप्रदेश के सागर जिले में एक पूर्व संविदा कर्मी ने प्रदेश सरकार का विरोध अनूठे तरीके से किया है। अपनी बहन की शादी के कार्ड पर बाल मनुहार की जगह एक स्लोगन लिखा है ’हमारी भूल कमल का फूल’ जो जमकर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि संविदा कर्मी पद से हटाये जाने के बाद से उसका विरोध लगातार जारी है। पढ़ें : जल्द ही 'कमल' को पैरों तले रौंदते दिखेगी जनता : केके मिश्रा बीजेपी सरकार के प्रति पूर्व कर्मचारी का आक्रोश अक्सर शादियों के कार्ड में बाल मनुहार लिखे जाते हैं और अतिथियों को आमंत्रण दिया जाता है, लेकिन प्रदेश के सागर जिले में एक अनोखा ही शादी का कार्ड सामने आया है। इस कार्ड पर बाल मनुहार की जगह लिखा हुआ है। ’हमारी भूल कमल का फूल’ दरअसल, इस कार्ड के माध्यम से एक पूर्व संविदा कर्मचारी अपना आक्रोश बीजेपी सरकार के प्रति जाहिर कर रहा है। ये भी पढ़ें : मकर संक्रांति: क्षिप्रा के घाट पर श्रद्धा का हुजूम, चारों ओर स्नान-ध्यान और दान 'सरकार ने छीन उसकी रोजी रोटी' बताया जा रहा है कि सागर जिले के देवरी में रहने वाले अनुराज जैन स्वास्थ्य विभाग राहतगढ़ में संविदा कर्मचारी के पद पर कार्यरत था, लेकिन 6 साल तक नौकरी करने के बाद अनुराग की नौकरी चली गई। तभी से उसका आक्रोश बीजेपी सरकार के खिलाफ देखने को मिल रहा है। अनुराग का मानना है कि जिस पार्टी को वोट डालकर उन्होंने प्रदेश में सरकार बनवाई उसी पार्टी ने उसकी रोजी रोटी छीन ली।
'भाजपा की सरकार कर्मचारी हितैषी सरकार' इस पूरे मामले पर भाजपा प्रवक्ता मनीष सक्सेना का कहना है कि, यह जो भी व्यक्ति है उसका कुछ न कुछ व्यक्तिगत मामला रहा होगा। उन्होंने कहा कि जहां तक कर्मचारियों का सवाल है तो, मध्यप्रदेश सरकार कर्मचारियों के लिए बहुत कुछ कर रही है। भाजपा की सरकार कर्मचारी हितैषी सरकार है। उन्होंने कहा कि उसकी नाराजगी का सही कारण मालूम किया जा रहा है।
'कर्मचारियों के लिए हमेशा कुछ नया किया' लेकिन जहां तक बात कर्मचारियों के हित को लेकर हो रही है तो भाजपा सरकार ने और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर्मचारियों के लिए हमेशा ही कुछ न कुछ नया किया है। जिससे कर्मचारियों को फायदा हो। उन्होंने कहा कि सातवां वेतनमान देने का फैसला भी भाजपा सरकार के द्वारा ही लिया गया है। इसलिए यह कहना कि भाजपा सरकार कर्मचारी हितैषी सरकार नहीं है या गलत है।
भाजपा के प्रचार के माध्यम से जोड़ा सरकार कई कर्मचारियों के लिए कई योजनाएं चला रही है। ऐसे में शादी के कार्ड पर लिखकर विरोध करना सही नहीं है। वहीं दूसरी और भाजपा प्रवक्ता राजो मालवीय का कहना है कि, यह भाजपा के प्रचार करने का एक माध्यम है और कुछ नहीं है। भाजपा प्रवक्ता राजो मालवीय ने इस पूरे मामले पर इस तरह मुस्कुरा कर जवाब दिया मानो उन्हें कोई फर्क ही नहीं पड़ता है। उल्टा उन्होंने इसे भाजपा के प्रचार के माध्यम से जोड़ दिया है।