गोगामेड़ी बोले- हम 4 नवंबर को पत्ते खोलेंगे, उसके साथ जाएंगे जो पार्टी हमें देगी 35 सीटें
नागौर. प्रदेश में चुनावी रंगत परवान पर है. सियासी दलों के साथ-साथ अब सामाजिक संगठन भी अपनी-अपनी नाराजगी को लेकर सियासी मैदान में दिखने लगे है. आनंदपाल एनकाउंटर और पद्मावत के मुद्दे पर मुखर होने वाली करणी सेना भी अब अपना आखिरी दाव खेलने जा रही है.
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नागौर ज़िला राजस्थान की राजनीति का केंद्र माना जाता है और यहां से उठने वाली सियासी लहर सूबे की राजनीति को किसी न किसी रूप में प्रभावित भी जरूर करती है. नागौर जिले के डीडवाना में राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना ने ने भी वाहन रैली निकाल सियासी हल्के में एक नई हलचल पैदा कर दी है. पढ़ेंः सत्ता परिवर्तन की आहट से बड़े बाबुओं की पैरों तले जमीन खिसकी...सब कह रहे हैं चलो दिल्ली एक ओर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हैं दूसरी तरफ नागौर के डीडवाना में राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना ने ताल ठोककर साफ कर दिया कि राजपुत और रावणा राजपूत समाज उस दल और संगठन को ही वोट करेगा जो राजपूतों के स्वाभिमान का ख्याल रखेगा. अगर कोई भी दल उनकी बात नहीं मानता है तो वो उनका बायकॉट कर देगी.
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी ने कहा कि भाजपा की सरकार ने आंनदपाल सिंह प्रकरण में हमारी मांगे नहीं मानी जिसका खामियाजा उसे उप चुनाव में भुगतना पड़ा था. उन्होंने कहा कि भाजपा के टिकट से वर्तमान में उनके समाज से 26 विधायक हैं मगर प्रदेश में राजपूत समाज के साथ हुई घटनाओं में एक भी आगे नहीं आया.
पढ़ेंः कांग्रेस की 20 सीटें फाइनल, 100 सीटों पर तीन का पैनल लेकर शैलजा शुक्रवार को जयपुर में भाजपा इन 26 विधायकों को अगर टिकट देगी तो राजपूत समाज भाजपा का बायकॉट करेगा. साथ गोगामेड़ी ने कहा कि कांग्रेस को उपचुनाव हमने जिताये थे, कांग्रेस भृम में ना रहे, अगर वो 35 टिकट राजपूत समाज को देगी तो हम कांग्रेस को वोट देने की सोचेंगे. गोगामेड़ी ने कहा फिल्मों में जैसा राजपूतों को सामंतवादी दिखाया जाता है हम वैसे राजपूत नहीं, हम डांगावास प्रकरण में मेघवालों के साथ खड़े रहे और सीबीआई जांच करवाकर ही माने. गोगामेड़ी ने कहा कि चुनाव में किसके साथ जाना है किसको वोट करना है हम 4 नवम्बर को निर्णय करके घोषणा करेंगे और चुनावो में करणी सेना निर्णायक रहेगी. बता दें इस दौरान राजपूत समाज के लोगों के साथ आनंदपाल की मां निर्मला कंवर भी मौजूद रही.